Facts About Shodashi Revealed
Wiki Article
ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं ऐं सौः: ॐ ह्रीं श्रीं क ए ऐ ल ह्रीं ह स क ह ल ह्रीं स क ल ह्रीं सौः: ऐं क्लीं ह्रीं श्रीं
The Mahavidya Shodashi Mantra supports psychological stability, advertising healing from earlier traumas and interior peace. By chanting this mantra, devotees locate release from damaging feelings, creating a well balanced and resilient mentality that assists them experience life’s issues gracefully.
The Mahavidya Shodashi Mantra aids in meditation, boosting inner serene and focus. Chanting this mantra fosters a deep perception of tranquility, enabling devotees to enter a meditative point out and join with their internal selves. This advantage enhances spiritual awareness and mindfulness.
हर्त्री स्वेनैव धाम्ना पुनरपि विलये कालरूपं दधाना
श्री-चक्रं शरणं व्रजामि सततं सर्वेष्ट-सिद्धि-प्रदम् ॥१२॥
अष्टारे पुर-सिद्धया विलसितं रोग-प्रणाशे शुभे
ഓം ശ്രീം ഹ്രീം ക്ലീം ഐം സൗ: ഓം ഹ്രീം ശ്രീം ക എ ഐ ല ഹ്രീം ഹ സ ക ഹ ല ഹ്രീം സ ക ല ഹ്രീം സൗ: ഐം ക്ലീം ഹ്രീം ശ്രീം
The above one is just not a story but a legend along with a reality because the man or woman blessed by Sodhashi Tripur Sundari, he gets the regal human being. He achieves every little thing as a consequence of his knowledge, wish and workmanship.
भगवान् शिव ने कहा — ‘कार्तिकेय। तुमने एक अत्यन्त रहस्य का प्रश्न पूछा है और मैं प्रेम वश तुम्हें यह अवश्य ही बताऊंगा। जो सत् रज एवं तम, भूत-प्रेत, मनुष्य, प्राणी हैं, वे सब इस प्रकृति से उत्पन्न हुए हैं। वही पराशक्ति “महात्रिपुर सुन्दरी” है, वही सारे चराचर संसार को उत्पन्न करती है, पालती है और नाश करती है, वही शक्ति इच्छा ज्ञान, क्रिया शक्ति और ब्रह्मा, विष्णु, शिव रूप वाली है, वही त्रिशक्ति के रूप में सृष्टि, स्थिति और विनाशिनी है, ब्रह्मा रूप में वह इस चराचर जगत की सृष्टि करती है।
लब्ध-प्रोज्ज्वल-यौवनाभिरभितोऽनङ्ग-प्रसूनादिभिः
॥ अथ श्रीत्रिपुरसुन्दरी अपराध क्षमापण स्तोत्रं ॥
The worship of Tripura Sundari is really a journey in direction of self-realization, where by her divine elegance serves to be a beacon, guiding devotees to the ultimate fact.
तिथि — किसी भी मास की अष्टमी, पूर्णिमा और नवमी का दिवस भी इसके लिए श्रेष्ठ कहा गया है जो व्यक्ति इन दिनों में भी इस साधना को सम्पन्न नहीं कर सके, वह व्यक्ति किसी भी शुक्रवार को यह साधना सम्पन्न कर सकते है।
The one who does this Sadhana more info gets like Cupid (Shodashi Mahavidya). He is transformed into a wealthy, well-known amongst Females and blessed with son. He gets the quality of hypnotism and achieves the self electric power.